स्वामी विवेकानंद जयंती: राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व और उनकी प्रेरणादायक विचारधारा

12 जनवरी को प्रतिवर्ष देशभर में स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) मनाया जाता है। इस दिन का महत्व स्वामी विवेकानन्द जी के विचार और कार्यों को को युवाओं के बीच पहुंचाना होता है ताकी देश विकास के लिए युवा बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। देशभर में स्कूल, विद्यालयों, कॉलेज सहित विभिन्न संस्थानों में इस दिन कई कार्यक्रम, भाषण प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही इस दिन शहरों में रैलियां आदि भी निकाली जाती हैं ताकी ज्यादा से ज्यादा विवेकानंद के विचारों को युवाओं तक पहुंचाया जा सके।इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य स्वामी विवेकानंद की विचारों, मूल्यों और आदर्शों को बढ़ावा देना है और उनको विचारों को देश के हर युवा तक पहुंचाना है जिससे वे देश की प्रगति में अपना योगदान दे सकें। स्वामी विवेकानंद जी उन महान व्यक्तियों में से एक है, जिन्होंने विश्व भर में भारत का नाम रोशन किया। अपने शिकागों भाषण द्वारा उन्होंने पूरे विश्व भर में हिंदुत्व के विषय में लोगो को जानकारी प्रदान की, इसके साथ ही उनका जीवन भी हम सबके लिए एक सीख है। स्वामी विवेकानंद जी ने महान कार्यों द्वारा पाश्चात्य जगत में सनातन धर्म, वेदों तथा ज्ञान शास्त्र को काफी ख्याति दिलायी और विश्व भर में लोगो को अमन तथा भाईचारे का संदेश दिया।

स्वामी विवेकानंद जयंती 2025
स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुष सदियों में एक बार ही जन्म लेते हैं, जो अपने जीवन के बाद भी लोगो को निरंतर प्रेरित करने का कार्य करते हैं। यदि हम उनके बताये गये बातों पर अमल करें, तो हम समाज से हर तरह की कट्टरता और बुराई को दूर करने में सफल हो सकते हैं।
विवेकानन्द ने निरंतर आत्म-सुधार और आत्म-विकास पर जोर दिया। उन्होंने हमें सिखाया कि हमें हर दिन बेहतर बनने का प्रयास करना चाहिए। उनका यह कथन, “सारी शक्ति आपके भीतर है; आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हैं,” व्यक्तियों को व्यक्तिगत और आध्यात्मिक विकास के लिए निरंतर प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है।

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